कृपा शंकर चौधरी ब्यूरो गोरखपुर
सपा झंडे रंग में रगा गया गोरखपुर में शौचालय,
सपा जिलाध्यक्ष ने दिया ज्ञापन जताया विरोध
गोरखपुर। अभी तक आपने मंदिरों मस्जिदों पर राजनीतिक पार्टियों का अधिपत्य दिखाते हुए राजनीति देखी होगी किन्तु अब रंगों का भी रजनीतिकरण कर दिया गया है।
मामला गोरखपुर जिले के रेलवे स्टेशन अस्पताल में बने शौचालय का है। दरअसल इस शौचालय के रंगाई में उत्तर प्रदेश के एक मुख्य पार्टी के झंडे के रंग से मिलते-जुलते रंग में रंगाई की गई है। इस तरह के कार्य की जानकारी होने पर समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी ने विरोध जताया और कहा कि दूषित सोच रखने वाले सत्ताधीशों द्वारा राजनीतिक द्वेष के चलते गोरखपुर रेलवे अस्पताल में शौचालय की दीवारों को सपा के रंग में रंगना लोकतंत्र को कलंकित करने वाली शर्मनाक घटना है।एक प्रमुख राजनीतिक पार्टी के ध्वज के रंगो का अपमान घोर निंदनीय हैं।
साहनी ने बताया कि इस संबंध में रेलवे के उच्च अधिकारी को ज्ञापन दिया जा चुका है और गोरखपुर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को अवगत करा कर एफ आई आर दर्ज कराई जाएगी।
गौरतलब है कि रंगों का यह खेल नया नहीं है शिक्षा विभाग की बात करें तो ज्ञात होगा कि बहुजन सरकार में बच्चों को मिलने वाले ड्रेस को नीले रंग में सपा सरकार में खाकी रंग और वर्तमान सरकार में भी रंग बदलने को राजनीतिक जामा पहनाने की कोशिश होती रही है। राजनीति में रंग का खेल इतना निराला है कि जिसकी सरकार होती है शायद उस समय रंगों का भी राजा वहीं होता है और चौतरफा पार्टी के रंग में रंगने का प्रयास होता है। वर्तमान सरकार में पिछले वर्षों देखने को मिला की अधिकांश सरकारी भवनों को भगवे रंग में रंगा गया जिसे बाद में सरकार द्वारा अंदरुनी बात चीत के बाद इस तरह के कार्य पर नाराजगी जताई गई।
गोरखपुर के इस मामले को ध्यान दें तो किसी पार्टी के झंडे के रंग को शौचालय के रंगाई में प्रयोग करना वास्तव में निंदनीय है यदि यह जानबूझ कर किया गया है तो जवाबदेह अधिकारी को इस पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।
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