Edited by Mohit Gupta
गिरिनाग धाम में चल रहे महाशिवरात्रि महोत्सव का पांचवा दिन
रुधौली: विपरीत परिस्थितियों में भी जो मनुष्य अपना धैर्य न खोए वही विपत्तियों और मुसीबतों से पर विजय प्राप्त करता है। मानव जीवन कठिनाइयों से भरा जीवन है स्वयं प्रभु श्रीराम के जीवन में भी संघर्षों का बोलबाला रहा, राज परिवार से होने के बावजूद भी परिस्थितियों के अनुसार उन्हें 14 वर्ष का वनवास, सीता हरण जैसी कठिन परिस्थितियों से गुजरना पड़ा लेकिन उन्होंने अपना धैर्य नहीं खोया और महा लप्रतापी रावण का वध कर के लंका पर विजय प्राप्त की। इसीलिए प्रत्येक व्यक्ति के लिए राम का आचरण अनुकरणीय माना जाता है
उक्त बातें रुधौली तहसील क्षेत्र के गिरिनाग धाम रायठ में चल रहे दस दिवसीय महाशिवरात्रि महोत्सव के पांचवें दिन श्री राम कथा सुनाते हुए कथा वाचिका शांति प्रिया जी कहीं। आयोजक कर्नल कमलेश्वर प्रसाद त्रिपाठी, ललिता त्रिपाठी, संजय कुमार त्रिपाठी, ओम प्रकाश पांडेय, मनमोहन त्रिपाठी, देवेंद्र नाथ त्रिपाठी मुकेश त्रिपाठी, वंश बहादुर आदि मौजूद रहे।
No comments:
Post a Comment
तहकीकात डिजिटल मीडिया को भारत के ग्रामीण एवं अन्य पिछड़े क्षेत्रों में समाज के अंतिम पंक्ति में जीवन यापन कर रहे लोगों को एक मंच प्रदान करने के लिए निर्माण किया गया है ,जिसके माध्यम से समाज के शोषित ,वंचित ,गरीब,पिछड़े लोगों के साथ किसान ,व्यापारी ,प्रतिनिधि ,प्रतिभावान व्यक्तियों एवं विदेश में रह रहे लोगों को ग्राम पंचायत की कालम के माध्यम से एक साथ जोड़कर उन्हें एक विश्वसनीय मंच प्रदान किया जायेगा एवं उनकी आवाज को बुलंद किया जायेगा।