राकेश सिंह गोंडा
ACMO के इस्तीफे के बाद डीएम के खिलाफ लामबंदी16 अधीक्षकों ने पद छोड़ा
गोंडा स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (एसीएमओ) डॉ. एपी सिंह ने डीएम मार्कण्डेय शाही पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। एसीएमओ ने सीएमओ और स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह को इस्तीफे का पत्र भेजा है। पत्र में उन्होंने मंगलवार शाम समीक्षा बैठक के दौरान डीएम पर असंसदीय भाषा और चिकित्सक समाज का अपमान किए जाने का आरोप भी लगाया है। एसीएमओ के इस्तीफे के बाद जिले के सीएचसी अधीक्षकों ने डीएम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। बुधवार देर रात यहां बुलाई गई आपात बैठक में 16 सीएचसी अधीक्षकों ने अपने-अपने पद से सामूहिक इस्तीफा दे दिया। सभी ने जिला अधिकारी पर चिकित्सकों के प्रति अपमानजनक व्यवहार और टिप्पणी का आरोप लगाते हुए यह कदम उठाया। अधीक्षकों ने अपने पद से सामूहिक इस्तीफे का पत्र सीएमओ डॉ. आरएस केसरी को भेजा है। बताया जा रहा है कि चिकित्सकों के समर्थन में गुरुवार को कुछ स्वास्थ्य संगठन भी आ सकते हैं। सीएमओ ने सामूहिक इस्तीफे का पत्र मिलने की पुष्टि की है।
एसीएमओ ने इस्तीफे में आरोप लगाया है कि डीएम की ओर से इससे पहले भी उनका मनोबल तोड़ने के लिए कई बार प्रयास किया गया। यहां तक कि उन्हें एसीएमओ से प्रभारी चिकित्साधिकारी तक बनाए जाने की बात कही। डीएम ने जमूरा, निकम्मा इत्यादि शब्दों का प्रयोग उनके लिए किया। इस्तीफे के पत्र के मुताबिक निगरानी समितियों के मेडिकल किट की समीक्षा के मामले में भी उन्हें डांट-फटकार लगाई गई। क्लस्टर कोविड टीकाकरण के लिए पोर्टल पर फीडिंग की बात उठाने पर डीएम ने उनके साथ अनुचित व्यवहार किया। डीएम ने कहा कि सीएमओ और उनके (एसीएमओ)रहते जनपद में कोई काम नहीं हो सकता। डॉ. सिंह ने दावा किया कि जनपद को स्वास्थ्य मानकों में 73वें से 23वें स्थान पर लाने में उन्होंने योगदान दिया। इसके बावजूद डीएम द्वारा शासकीय चिकित्सकों को अपमानित किए जाने के कारण मर्माहत हैं।
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